आखिर क्यों दुनिया कि ये दो महाशक्ति करने जा रही है युद्ध अभ्यास,दस अप्रेल से होने जा रहा है,दोनों देशो कि शक्ति का प्रदर्शन,
THE POLICE TODAY
भारत-अमेरिका संबंध द्विपक्षीय सहयोग साझा करते हैं। यह व्यापक-आधारित और बहु-क्षेत्रीय है, जिसमें व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, उच्च-प्रौद्योगिकी, असैनिक परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोग, स्वच्छ ऊर्जा, पर्यावरण, कृषि और स्वास्थ्य शामिल हैं। अमेरिका भारत का सबसे व्यापक रणनीतिक साझेदार है और दोनों के बीच सहयोग कई क्षेत्रों में फैला हुआ है। वर्तमान परिदृश्य में, भारत-अमेरिका संबंध बहुत करीबी और अच्छे हैं। वास्तव में, भारत और अमेरिका एक साथ कई आयोजनों और सम्मेलनों में भाग लेते हैं और कई मुद्दों पर एक साथ खड़े होते हैं जैसे कि आतंकवाद का मुकाबला और दोनों आमतौर पर पाकिस्तान के परमाणु हथियार कार्यक्रम के प्रति अविश्वास साझा करते हैं। भारत और अमेरिका अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एक दूसरे के साथ अपने विश्वास और दोस्ती का प्रदर्शन करते रहते हैं।
बता दें कि जल्द ही दुनिया के सबसे ताकतवर देश संयुक्त राज्य अमेरिका ओर भारतीय वायुसेना एक साथ युद्धाभ्यास करनें कि तैयारी मे है,युद्धाभ्यास पश्चिम बंगाल के कलाई कुंडा एयरपोर्ट और उसके नजदीकी इलाके में होगा.
अधिकारियों के मुताबिक, भारत और अमेरिका दोनों देश 10 अप्रैल से संयुक्त युद्धाभ्यास करने जा रहे हैं. इसमें भारत की ओर से रूसी मूल के अपने सुखोई-30 जेट समेत कई लड़ाकू विमान हिस्सा लेंगे. वहीं, अमेरिकी वायुसेना के एफ-15 स्ट्राइक ईगल लड़ाकू विमान की एक स्क्वाड्रन भी इस युद्धाभ्यास में शामिल होगी. बताया जा रहा है कि दोनों देशों के बीच यह युद्धाभ्यास कोप इंडिया के तहत होगा.
इंडियन एयरफोर्स दुनिया में चौथी सबसे ताकतवर वायुसेना मानी जाती है. इंडियन एयरफोर्स के पास कई ऐसी अत्याधुनिक तकनीक हैं, जो अभी दुनिया में केवल अमेरिका और रूस जैसी महाशक्तियों के पास ही हैं. इसके पास 42 फाइटर स्क्वाड्रन की अधिकृत ताकत है. इस वक्त सुखोई-30 के 12, जगुआर से छह, मिग-21 चार, मिराज-2000 के तीन, मिग-29 के तीन, एलसीए के दो और राफेल के दो स्क्वाड्रन हैं. इसके अलावा इंडियन एयरफोर्स के पास अन्य कई मालवाहक विमान, अटैक हेलीकॉप्टर, अवॉक्स विमान भी हैं.
वही अगर हमारी इंडियन एयरफोर्स कि अगर बात करें तो हमारे पास सुखोई-30, मिराज-2000, मिग-27, मिग-29, बिसन, जैगुआर, वैंपायर, तूफानी, हंटर और नैट जैसे विमान हैं. इनके अलावा Mi-2, Mi-35, MI-26, MI-17V5, चेतक और चीता जैसे ताकतवर हेलीकाप्टर भी हैं. जिनमें चेतक और चीता हेलिकॉप्टर का बेड़ा खोज और बचाव कार्यों में भी अहम भूमिका अदा करता है. बॉम्बर्स एयरक्राफ्ट की बात करें तो हमारी एयरफोर्स के लिबरेटर और कैनबरा आसमान से ही सैकड़ों कोस की दूरी तक दुश्मन की तबाही मचा सकते हैं.