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उत्तरप्रदेश की मोस्‍टवांडेट टाॅप-10 लेडी डॉन,है पंडिताइन और क्या है इसका अवैध कारोबार,

THE POLICE TODAY

यूपी पुलिस जहां माफिया घोषित शाइस्‍ता की तलाश में जुटी हुई है. तो वहीं गोरखपुर की मोस्‍टवांटेड 10 लेडी डॉन की पुलिस हिस्‍ट्रीशीट खोल चुकी है. लेकिन गोरखपुर पुलिस की रडार पर आने के बाद इनका काउंटडाउन शुरू हो चुका है.
एक के बाद एक आतंक का पर्याय बन चुकी इन लेडी डान के साम्राज्‍य को जप्‍त करने की कार्रवाई चल रही है. इसमें सबसे ऊपर जो नाम है, वो बीते 35 सालों से स्‍मैक के गोरखधंधे में लिप्‍त होकर करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति अर्जित कर चुकी लेडी डॉन किशुन कुमारी उर्फ पंडिताइन का है. बीते साल ही पंडिताइन की 13.52 करोड़ की संपत्ति को कुर्क किया जा चुका है. गीता, रिंकू, अहमदुन्निशा, कलमी, उर्मिला जैसे 10 ऐसे नाम हैं, जो अब भी गोरखपुर पुलिस की रडार पर हैं.

पंडिताइन की संपत्ति की अगर बात करें तो उसकी अनुमानित मार्केट वैल्‍यू 13 करोड़, 52 लाख 50 हजार रुपए की संपत्ति पर पुलिस द्वारा जरायम की दुनिया से कमाए गए धन पर कुठाराघात किया गया है. उन्‍होंने बताया कि जो भी इस तरह से जरायम की दुनिया से अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित करेगा, उसके लिए ये सबक है. सरकार एनडीपीएस एक्‍ट और गैंगस्‍टर एक्‍ट के अंतर्गत संपत्ति को सीज करने की कार्रवाई करेगी. पंडिताइन के खिलाफ साल 2002 से अब तक 15 मुकदमें दर्ज रहे हैं. इनमें से दो गैंगस्‍टर शाहपुर और राजघाट में दर्ज हैं. आज की कार्रवाई शाहपुर थाने की ओर से साल 2017 में दर्ज किए गए गैंगस्‍टर के मुकदमें में दर्ज की गई है. गोरखपुर के शाहपुर थानाक्षेत्र के बशारतपुर खरैया पोखरा की रहने वाली हरिनाथ पाण्‍डेय की पत्‍नी किशुन कुमारी उर्फ पंडिताइन के खिलाफ साल 2017 में शाहपुर थाने में गिरोह बंद एवं सामाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम की धारा 3 (1) के तहत केस दर्ज रहा है. उसके खिलाफ गुरुवार को धारा 14 (1) के तहत जप्‍तीकरण की कार्रवाई हुई है. पंडिताइन की शाहपुर थानक्षेत्र के बशारतपुर में आराजी संख्‍या 87, खाता संख्‍या 117, रकबा 0.328 हेक्‍टेयर, मकान संख्‍या 580 बी 8 मई 2017 को मकान संख्‍या 580 बी 1/3 भाग राजीव गुप्‍ता दामाद और शेष मकान रेनू पत्‍नी संजय पु‍त्री हरिनाथ और सुनीता पत्‍नी हरिनाथ को 135 डी को बैनामा किया गया.

भवन शाहपुर के भेड़ियागढ़ में भवन संख्‍या 9 जे. जो दामाद संजय गुप्‍ता, राजीव गुप्‍ता और भगवती प्रसाद के नाम से है. ग्राम हरसेवकपुर में दामाद राजीव गुप्‍ता के नाम से बैनामा 537 वर्गफीट जिस पर मकान बना हुआ है. उसे जप्‍त किया गया है. गोरखपुर के राजघाट थाने की हिस्ट्रीशीटर नंबर 86ए पर किशुन कुमारी उर्फ पंडिताइन का नाम दर्ज है. राजघाट के चकरा अव्वल निवासी किशुन कुमारी अब शाहपुर में रहती है. इसने ही गोरखपुर में स्मैक के धंधे की शुरुआत की. राजघाट थाने से गैंगस्टर की कार्रवाई भी इसके ऊपर हो चुकी है. पंडिताइन पर कई केस दर्ज है. 2015 में 26 लाख के स्मैक के साथ पंडिताइन पकड़ी गई थी. 31 अगस्त 2022 को दोबारा उसकी हिस्ट्रीशीट खोल दी गई. साल 2021 जनवरी माह में सबसे पहले तिवारीपुर की लेडी डॉन गीता तिवारी का हिस्ट्रीशीट खोली गई. तिवारीपुर इलाके के सूर्य विहार कॉलोनी निवासी गीता तिवारी का नाम थाने के हिस्ट्रीशीट नंबर 93ए पर दर्ज है. गीता तिवारी पर हत्या के प्रयास, लूट और गैंगस्टर सहित कई मामले दर्ज हैं. गीता शादी से पहले संवासिनी गृह में रहती रही है. जनप्रतिनिधि रहे शिवकुमार तिवारी से उसकी शादी हुई. चार साल पहले शिवकुमार की मौत हो गई. इसके बाद उसके सभी धंधे को गीता ने संभाल लिया. शिवकुमार पत्नी गीता के साथ कोतवाली इलाके में किराए के मकान में रहता था.

करीब दस साल पहले गीता के घर पर छापा पड़ा तो पांच अपराधी पकड़े गए थे. इस मामले में पहली बार गीता जेल गई थी. अंतिम बार उसे 2021 में घर में जन्मदिन पार्टी में फायरिंग के आरोप में जेल भेजा गया था. वर्तमान में वह जमानत पर रिहा है. गोरखपुर के गगहा इलाके के कहला गांव की निवासी रिंकी गोस्वामी का नाम थाने के हिस्ट्रीशीट नंबर एक ए पर दर्ज है. उसके खिलाफ हत्या की कोशिश, साजिश रचने, पशु क्रूरता अधिनियम के तहत छह केस दर्ज हैं. आरोप है कि रिंकी गोस्वामी उर्फ रिंकू पशु तस्करों के साथ मिलकर गिरोह का संचालन करती है. जेल में तैनात एक बंदी रक्षक की कार से चलने वाली रिंकी से उलझने में पुलिस कर्मचारी भी बचते रहे हैं. साल 2017 में रिंकी ने कौड़ीराम में तैनात एक दरोगा पर जानलेवा हमला किया. घटना तब हुई जब रिंकी तस्करी के पशु ले जा रही थी. दरोगा ने रोका तो उनपर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की गई थी. इस मामले में भी मुकदमा दर्ज हुआ था.

गोरखपुर पुलिस ने जब 36 बदमाशों की हिस्‍ट्रीशीट खोली तो उसमें 8 महिला बदमाशों को भी शामिल कर हिस्ट्रीशीट खोल दी गई. पुरुष बदमाशों की तरह ही इन महिला बदमाशों की भी निगरानी की जा रही है. इन्हें भी हर हफ्ते थाने पर आकर हाजिरी लगानी होती है. पुलिस भी इनके घर जाकर दरवाजा खट-खटाकर इनके वर्तमान भूमिका की निगरानी करती है. राजघाट के चकरा अव्वल निवासी मंजू निषाद का हिस्ट्रीशीट नंबर है. वह नशे के साथ ही चोरी के आरोप में भी जेल जा चुकी है. स्व. छेदी निषाद की पत्नी मंजू पर दस मुकदमे दर्ज हैं. मंजू के खिलाफ NDPS एक्ट, गैंगस्टर, चोरी के मुकदमे दर्ज हैं. एसएसपी के आदेश पर 21 सितंबर 2022 को इसकी हिस्ट्रीशीट राजघाट पुलिस ने खोल दी और अब इसकी निगरानी भी की जा रही है. पुलिस अपराध से कमाई गई इसकी संपत्ति पर भी नजर रखी है. उसका भी ब्योरा जुटाया जा रहा है, जिससे गैंगस्टर की कार्रवाई कर उसे जब्त किया जा सके. जिले के महिला अपराधियों में अहमदुन निशा पत्नी इकबाल हुसैन उर्फ पप्पू कबाड़ी, आरती देवी पत्नी देवा (देउरवीर, गगहा), कलमी पत्नी इंद्रजीत उर्फ अमरजीत (देवरिया, भस्मा, बेलीपार), रिंकू पत्नी सुनील (करवनिया, बड़हलगंज), रिंकू पत्नी दिनेश (लक्ष्मीपुर, बड़हलगंज), उर्मिला देवी पत्नी सीताराम (अमहिया, झंगहा) के नाम दर्ज हैं.

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